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इन लव विथ बिलियनेयर( कॉन्ट्रैक्ट मैरिज ) (भाग-15)

                         ❣️  विवाह स्पेशल ❣️


सुबह के 5 बज रहे , कमरा नंबर - कुछ नहीं क्योंकि वो ज्ञानी बाबा का कमरा है 😃,
दृश्य ,

( मेंहदी की रात के बाद सारे ब्वॉयज़ एक दूसरे के ऊपर लुढ़के पड़े हुए है ...कोई होश नहीं कि कैसे सोए हुए है , तभी आनंद  सोते हुए ही गाता है )

आनंद -
छोटे छोटे भाइयों के बड़े भैया
आज बनेंगे किसे के सइयां
ढोल नगाड़े बजे शहनाइयाँ
झूम के आई मंगल घड़ियाँ…

(तभी बीच मे ही विहान कहता है )

विहान - ओह भाई बस कर अब तेरी बेसुरी आवाज सुन सुन कर मेरा कान पक गया है ....
आनंद -(आंखे खोलकर ) अच्छा जी .. अब आप याद रखना आपकी  शादी मै तो अपनी बेसूरी आवाज से आग लगा दूंगा .......
आदि - ओए चुप अब  तुम दोनो बहुत काम है आज ...तो  थोड़ी देर सो लेने दो .....
अर्थ - (ओय - होय) रिया भाभी के साथ रहने के अलावा और क्या काम होगा ...
आदि - अच्छा तो तुम भी जगे हो ....(तभी रेहान कहता  है )
रेहान  - अपुन भी जागेला है ....
आदि - वाह वाह तुम हमारे साथ रहकर ये सब भी बोलना सीख गए  सही है मतलब सब के सब जगे पड़े हो ...😣
रेहान - हां ...नींद ही नहीं रही थी ....आज तो धमाल करने का दिन है ....( खुश होकर )
आदि - बच्चा लोग थोड़ी देर सो लेने दो मुझे ...धमाल सुबह उठकर करेंगे 
(इतना कहकर आदि सो जाता है , तो आनंद उसे पैर से धक्का मार कर बिस्तर से नीचे गिरा देता है और कहता है ,
आनंद - (हुहू ) जाकर अपने कमरे में सोएं .....यहां कुंबकरण के लिए जगह नहीं ....

( ये सुन आदि गुस्सा करते हुए नींद में ही उठता है और जाकर  दरवाजे से टकरा जाता  है ........)
आदि -( माथा पकड़ते हुए  ) ऊप्स

(सब उसे देखकर हंसने लगते है ... तो अर्थ कहता है )

अर्थ - 
भाई है आप  बड़े  कमाल
आंखे बंद करके चलोगे तो 
कर नहीं पाओगे धमाल
और टकरा टकरा कर हो जाएगा 
आपका बुरा हाल ...

रेहान - वाउ क्या बता क्या बात ...( हंसकर )
आदि -(गुस्से में ही😡 ) चुप हो जाओ वरना खाओगे 
                             मुक्का लात ,
रेहान - (हंसते हुए 😂) हम नहीं खाएंगे लात क्योंकि
                            खाने में पसंद है हमे भात (चावल)

( विहान जो आनंद को सुना कर सोने कि कोशिश कर रहा था  अब जग कर बैठ जाता और कहता है,)
विहान - (सबको घूरते हुए )  वाह वाह क्या शायराना अंदाज में बाते हो रही ......कोई मुजरा भी कर लो ,
आनंद - ओह भाई जान ये शुभ काम आप ही कर दो .....
विहान - हां हां मै इसी काम के लिए बैठा हूं ...
आनंद -(खुश होकर ) लाओ र कोई थाल ...आज पहली बार विहान भाई को अपनी जगह का पता चला है ......

(आदि को छोड़कर अर्थ और रेहान हंसने लगते है )

आदि - हंस लिए सब  ..मिल गया दिल को सुकून .....बज गए अब 6 ...🙄
आनंद - तो जाओ ना ...रिया भाभी के साथ थोड़ा घूम फिर लो ...मोटे हो रहे हो .......
आदि -( प्यार से  ) आज पता नहीं मेरे हाथ - पैर दोनों मे  बड़ी खुजली हो रही ......
विहान -(हंसते हुए )  तो जाकर नहा लो ठीक हो जाएगा ........
आदि - आज सब बड़े मजाक के मूड में हो ....
आनंद - भाई एक ही ज़िन्दगी मिली है ....तो अपना हर पल ऐसे जियो की जैसे आखिर हो .......
अर्थ - बस कर भाई रुलाएगा क्या........🙁
आदि - ठीक है ठीक है ...माफ करता हूं सबको आज ...
आनंद - हमने माफी मांगी ..............कब ?
आदि - चुप हो जाओ वरना मुक्का खाओगे ...............अब

( तभी पीछे से किसी की हंसने की आवाज आती है , सब दरवाजे की तरफ देखते है तो रिया खड़ी होती है )
आदि - अरे आप कब आई ?
रिया - मै तो कबसे यही खड़ी हूं....आपको बुलाने आईं थीं वॉक के लिए....
आनंद -(हंसते हुए  ) जाओ मोटा भाई ....

(आदि बिना कुछ बोले रिया के साथ बाहर चला जाता है और ब्वॉयज़ तैयार होने के लिए ...)
__________

रिया और आदि दोनों ही होटल से बाहर निकलते है वॉक के लिए की तभी सामने गार्डन मे रोहन को खड़ा देखकर  शॉक हो जाते है और.रिया कहती है ,
रिया - क्या आप भी वही सोच रहे जो हम ?
आदि - हां 
रिया - ये सच मे रोहन जी ही है ना ?
आदि - 100 % वहीं है .....
रिया - तो फिर यहां क्या कर रहे है ? ...
आदि - होटल में रुके होंगे ...
रिया - अरे बाबा ...याद नहीं होटल में बुकिंग अभी बंद है ,....
आदि - बात तो आपकी भी सही है .....चलिए उन्हीं से पूछ लेते है ...
रिया - नहीं नहीं ......बाद में मिलते है उनसे ...अभी चलते है निहारिका आंटी बुला रही थी ।

(आदि रिया फिर हॉल में जाते है और उनके पीछे पीछे सभी पैरेंट्स , ब्वॉयज़ और गर्ल्स भी )
ऋषभ - मॉम आपने यहां क्यों बुलाया है  ?
निहारिका जी - इसलिए कि हम लड़कियां यहां से जा रही ....
आनंद -( निहारिका जी के पास जाकर  🙄) क्यों मॉम ??रिया भाभी ने कुछ कहा क्या ?  (रिया से )भाभी मुझे माफ कर देना ....क्योंकि मैंने आदी भाई का मजाक बनाया था .....
निहारिका जी - अरे अरे शांत ....पूरी बात तो सुन लो 
आनंद - ओह तो सुनाइए ना ...
निहारिका जी - रिया ने कुछ नहीं कहा और हम यहां से इसलिए जा रहे ताकि शाम को बारात पैलेस पर पहुंचे .....आखिर मै अवनी की भी मॉम हूं..... तो मेरा फर्ज बनता है ना कि द्वारपूजा मै ही करू ....
आनंद - ओह तो बारात होटल से जाएगी .....
निहारिका जी -  जी ...अब चलो यहां खड़े मत रहो ...आज तो बहुत काम है हम लोगो को ......

( सभी लड़कियां फिर अपना अपना पैकिंग करने लगती है ताकि पैलेस के लिए जल्दी से निकल सके , 11 बजे के आस पास सभी होटल के बाहर आ जाती और ब्वॉयज़ उनके सामान कार में रख देते है तो रिया ..आदि से कहती है )
रिया - मिलते है शाम को 😘
आदि -( शर्माते हुए ) बिल्कुल ...
आनंद -(आए हाए ) शर्माना बंद करो मोटा भाई ......वरना यही फिसल जाओगे ...
आदि - अंदर चलो बताता हूं मै ...
........
दूसरी तरफ़ कार में ऋषभ ..अवनी का सामान रखता  है और  कहता है , 
ऋषभ - ध्यान से जाना .....
( इतना कह निकल जाता है और अवनी बस कहती रह जाती है )....
अवनी - आप भी...

(रेहान बीच में ही )

रेहान -(प्यार से ) भाभी आप कहो तो अभी ऋषभ भाई को उठवा के आपसे पहले पहुंचा देता हूं पैलेस पर ......
अवनी - जी (और खुशी के साथ कार में बैठ जाती है )
.....
आनंद भी अवनी की बात सुनता है तो ऋषभ के पास से गुजरता हुए गाता है ,

मेरे सपनों के राजकुमार मुझे है तेरा इंतज़ार
मेरे सपनों के राजकुमार मुझे है तेरा इंतज़ार
आजा सजन अब आजा  बलम अब आजा ..........

अर्थ - चिंता नोट  भाई .. थारा वाला भी जल्द ही मिल जाएगा ......
आनंद - अरे वाली चाहिए ....वाला नहीं.
अर्थ - तो ये गाना तुम क्यों गा रहे ....(🙄) मेरे सपनो के राजकुमार ......ये बोलो ना मेरे सपनो की रानी कब आएगी तू ..........

(तभी अनंत जी बीच में ही आकर )

अनंत  जी  - ( दोनो के  कान मरोडते हुए ) बस बहुत हुआ मजाक .....अब अंदर चलो सब लोग ....
आनंद - कान छोड़ दीजिए अब............मै खुद जाकर कमरे में बंद करूं लुंगा अपने आपको .....
अनंत जी - उसकी जरूरत नहीं ....जाकर तैयारी करो आज की  ....
आनंद - जी पपा ....

( सब लोग होटल के अंदर चले जाते है बारात ले जाने की तैयारी के लिए और दूसरी तरफ गर्ल्स भी पैलेस पहुंच जाती है )...........

❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️

शाम को सारी लड़कियां इधर - उधर भाग रही होती है , किसी का चुन्नी लगाना तो , किसी की बिंदिया ..... जाह्नवी पहले ही तैयार होकर पंडित जी के पास होती है और उन्हें सारा सामान दे रही होती है । अंदर सब अपने मे बिजी होते है तो अवनी कहती है ,
अवनी - अरे कोई मुझे तो तैयार कर दो ......
अनन्या - बस 2 मिनट यार .....
अवनी - वाह  (आंखे ऊपर करते हुए)....शादी मेरी है और दुल्हन की तरह तुम लोग तैयार हो रहे हो ,
खुशी - अरे मेरी प्यारी दुल्हनिया ....😘आज तुझे हम ऐसे सजाएंगे की जीजू के साथ - साथ देवर भी देखकर फ्लैट हो जाएंगे ....
अवनी - तुम भी न....
रिया - आहे ..शर्मा गई कन्या हमारी ......
अनन्या - चलो चलो अब अपनी दुल्हनिया को दुल्हन बना ही देते है ........
(सब फिर अवनी को तैयार करने लग जाती है , थोड़ी देर बाद ही परी आकर कहती है जीजू आ गए .....रिया तो सुनते ही खिड़की से बाहर देखने लगती है और अनन्या कहती है ,
अनन्या - खुशी बस एक मिनट में आईं ....
खुशी - कहा जा रही हो ?
अनन्या - दूल्हे राजा को देखकर आती हु .....
खुशी - मै भी आ रही हूं.......
अवनी - मै भी चलती हूं फिर ... यहां अकेले क्या करूंगी ..
रिया - खुशी (एक साथ ) महरानी जी आप यही बैठिए ..
अवनी - बहुत बुरे हो दोनों के दोनों.....
(सारी गर्ल्स भागकर नीचे चली जाती है और अवनी अपने कमरे में अकेले ..वो मन ही मन बहुत घबरा रही थी ना जाने क्यों उसका जी मचल रहा रहा फिर भी उसने इतना भारी लहंगा पहन रखा होता है जिसमें हिलना उसके लिए मुश्किल था पर फिर भी धीरे धीरे खुद को संभालते हुए  खिड़की के पास पहुंच जाती है और वही से ऋषभ को देखती है जो घोड़ी पर बैठा होता है बिना किसी भाव के....................

दूसरी तरफ ,
बारात भी पैलेस के सामने पहुंच जाती है तो आनंद कहता है ,
आनंद - वाह कितना खूबसूरत लग रहा है ?😍
विहान - बात तो सही है ♥️♥️
( आनंद सभी ब्वॉयज़ से कहता है  मित्रो नाचना शुरू कर दो और तब तक नाचो जब तक जूती ना टूट जाए ,.....फिर क्या ढोल - नगाड़े के साथ सभी नाचने लगते है ....नाचते - नाचते पैलेस के द्वार पर पहुंच जाते है जहा निहारिका जी ऋषभ का द्वारपूजा करती है और मालाए पहना कर अंदर ले आती है ,


सब लोग जब ब्वॉयज़ के देखते है तो कहती है इनमें से दूल्हे राजा कौन से ?....कुछ तो कहती है  चलो आज इसमें से किसी एक को पकड़ ही लेते है ....विवेक जब उन लोगो को बात सुनता है तो कहता है 
,
विवेक - भाईयो ये लोग हमे पकड़ने की बात कर रहे है .... भागिए...
(सब लोग उसकी बात सुनते है तो हंसने लगते है , निहारिका जी  फिर ऋषभ को मंडप में बिठा देती तो पंडित जी दुल्हन को बुलाने के लिए कहते है .......)
थोड़ी देर बाद ही सारी लड़किया भी आती है ,

सारे ब्वॉयज़ ... गर्ल्स को देखकर कहते है ..अबे हम स्वर्ग में आ गए है क्या ....मुझे सारी जगह सिर्फ परिया ही क्यों नजर आ रही ❤️🙂♥️
आनंद - एक तो उनमें से चुड़ैल ही लग रही .....
सब एक साथ - कौन ??????
आनंद - मजाक कर रहे यार ..अब चलो भाभी को लेकर आते है ....
( सारे फिर अवनी को लेकर आते है उसके ऊपर चारो तरफ से सभी ने फूलो की चादर पकड़  रखी होती है  और अवनी  अपना लहंगा संभालते हुए मंडप के पास आ जाती है,

जैसे ही अवनी मंडप के पास आती हैं ऋषभ की नजर उसकी तरफ हो जाती हैं और वो खुद की नजरे हटाने में असमर्थ महसूस करने लगता है तो अवनी उसे ऐसे देख शरमा जाती है जिसकी वजह से ऋषभ अपनी नजरे फेर लेता है ...वही निहारिका जी जब उन्हें देखती है तो ऋषभ से कहती है 
निहारिका जी - बेटा ऐसे ही देखते रहोगे या....अवनी को बिठाओगे 
(ऋषभ ये सुन  फिर अपनी जगह से उठकर अवनी को बिठाता है उसके बाद से पंडित जी मंत्र पढ़ना शुरू कर देते है )



दूसरी तरफ ब्वॉयज भी बड़ी शांति से खड़े होते है जैसे कुछ हुआ ही ना हो .....उन्हे देखकर खुशी कहती है ,)
खुशी - ये शान्ति मुझे पच नहीं रही ....
रिया - तो हाजमोला खा लो ...
खुशी - यार मजाक 🙄मत करो अभी ....
जाहन्वी - तो क्या करे ?
अनन्या -( हैरानी से ) जूता कहा गया ?
(सब मंडप के पास जाकर देखती है तो वहां जूता ही नहीं होता है )
खुशी - वाह तभी सोच ये खुश क्यों है ....
जाहन्वी- चलो फिर जूता लेकर आते है चाहे उसके लिए कुछ भी करना हो (सब फिर टविंकि को देखने लगती है )
ट्विंकी - क्या हुआ ...तुम सब मुझे ऐसे क्यों देख रही ....
खुशी - मैडम चलिए काम पर लग जाइए ...
ट्विंकी - नहीं .....
खुशी - जाओ बेटा ...विहान जी तुम्हारा इंतेज़ार कर रहे है .....अब जाओ ..
(ना चाहते हुए भी ट्विंकी विहान के पास से गुजरती है और गिरने का नाटक करती है की तबतक विहान उसे अपनी  बाहों में संभाल  लेता है और कहता है ,)
विहान - ध्यान से चलिए ट्विंकी जी वरना गिर ही जाती ...
ट्विंकी- आप है ना पकड़ने के लिए .....(इतना कह वहां से आगे  चलने लगती है तो पीछे से ब्वॉयज़ कहते है ..मत जाना भाई मत जाना)

विहान - अच्छा चलता हूं दुआओ मे याद रखना 
(इतना कहकर वो ट्विंकी के पीछे - पीछे  चलने लगता है ....)
( ट्विंकी फिर उसे दीवार से टिका देती है और उसके चेस्ट पर हाथ रखकर कहती है ...विहान जी एक बात पूछूं....)
विहान -( उसकी हालत इतने पर ही खराब हो गई होती है कहता है ) जी...जी ...एक नहीं हजार पूछिए ...

ट्विंकी- दूल्हे राजा का जूता कहा है ?
विहान - सोफे के नीचे जिसपर टोनी अंकल बैठे है ....
ट्विंकी - थैंक्यू सो मच मेरे हीरो 
ये कहककर वो  वहां से भाग जाती है तो  विहान वहीं बैठ जाता और सोचता है आखिर ये सच था या सपना )
( ट्विंकी भागकर गर्ल्स को बताती है कि जूता सोफे के नीचे है ...गर्ल्स वहां पहुंच कर देखती है पर उन्हे वहां कुछ नहीं मिलता )
खुशी - अबे यहां तो कुछ नहीं है ...
ट्विंकी - मतलब उन्होंने झूठ बोला 🙁
खुशी - (आनद को मुस्कुराता हुए देखकर ) नहीं विहान जी ने तो सच कहा पर किसी बिल्ले ने हमसे पहले ही जूता सटका लिया ।
जाहन्वी - अब क्या करे?
खुशी - वहीं जों प्लान बना...सब अपने अपने वाले को फंशाओ और सच बाहर निकलवाओ ...

(सब फिर अलग अलग हो जाती है जैसे अब कोई प्लान ही नहीं है ...ब्वॉयज ये देखकर हैरान हो जाते है )

आनंद - एक बात कान खोलकर सून लो ..... चाहें कुछ भी हो जाए कोई कहीं नहीं जाएगा .....

( जाहन्वी...फिर घूमते हुए अर्थ के पास जाती है और कहती है  
..)
जाहन्वी- सुनिए जरा....
अर्थ -  जूती के बारे में मत पूछिए गा ...
जाहन्वी-( 🙁) आपको क्या लगता है मै आपसे जूती के बारे में पूछूंगी ....इतना भी भरोसा नहीं है हम पर .....
अर्थ - अरे अरे ऐसी ....
जाहन्वी - हमे जूती मिल चुकी है ...
( ब्वॉयज़ एक साथ - मिल चुकी है 
जानवी  - हां ....
आनंद फिर ऊपर सीढ़ियों की तरफ देखने लगता है ,जिसे  जाहन्वी उसे देख लेती है और रिया को इशारा करती है ऊपर जाने के लिए तो रिया ऊपर जाकर हर जगह ढूंढती  है पर कई कुछ नहीं मिलता है तो वो मैसेज करके कहती है एक बार फिर से ब्वॉयज़ ने धोखा दे दिया ......आदि उनकी हालत देखकर हंसने लगता है तो रिया उसे गुस्से में देखकर वहां से चली जाती है ,
आदि - भाई मना कर आता हूं ...
रेहान - हां जाओ वरना .. पक्का बेंड बाजा बजेगा .....
(आदि चला जाता है और रेहान ..... अनन्या के पास ) 
अनन्या - क्या हुआ ?
रेहान - चलो मै बताता हूं जूता कहा है ।
अनन्या - आप क्या सच मै बता रहे ...
रेहान  - ( प्यार से ) अपनी अनन्या को दुखी थोड़े देख सकता हूं ...

( फिर रेहान ..उसे  जूती देता है ..जिसे वो चुन्नी मे छिपा लेती है और गर्ल्स के पास आ जाती तभी निहारिका जी कहती है ,)
निहारिका जी - अरे बच्चो अब आ जाओ वरमाला का समय आ गया है ,

(सब फिर मंडप के पास आ जाते है मुस्कुराते हुए , ऋषभ अवनी एक दूसरे को फिर माला पहनाते है और उसके बाद ऋषभ उसकी मांग भर मंगलसूत्र पहना देता है और फिर दोनों ही  7 फेरे लेकर एक दूसरे के लिए वचन देते   है ,
फेरे पूरे होने के बाद पंडित जो कहते है आज से आप दोनों पति पत्नी हुए अब सभी बड़े लोगो का आशीर्वाद ले लो ....जैसे ही वो आशीर्वाद लेने जाते है अर्थ अपना पैर आगे कर देता जिससे वो उसका पैर छू लेते तो वो कहता है ,

अर्थ - दूधो नहाओ .. पूतो फलो ..

(सारे मेहमान हंसने लगते है ...उसके बाद ऋषभ - अवनी सभी बड़े लोगो का आशीर्वाद लेते है और फिर ऋषभ पूछता है ,)
ऋषभ - तो बताओ किसे मिला जूती ?

अनन्या - आनंद - परी एक साथ - हमे मिला है ( जूती दिखाते हुए )
(सब हैरान हो जाते है 3 जूतियां देखकर ...खुशी कहती है ,)
खुशी - अबे ये क्या माजरा है ...३ जूतियां ..
अनन्य -(गुस्से में रेहान को ) मजाक किया मेरे साथ 
(रेहान बिल्कुल चुप आदि को पकड़कर )
आनंद - भाई आप ही बताओ असली वाली कौन सी है ?
ऋषभ - जो परी  के  पास है ...
आनंद - ऐसे कैसे ...मेरे पास जो जूती थी वो मंडप के पास रखी थी ....
(तभी निहारिका जी कहती है )
निहारिका जी - तो जूती तो परी को ही मिली है ना ....मतलब गर्ल्स को ...
आनंद - वाह मॉम ...अब समझा ये सब आपकी चाल थी ...आपने असली जूती ले ली और ये नकली वाली वहा रख दी ....
ऋषभ - सब शांत 
(फिर वो आदि से चेक मंगवाता है और उसपर अमाउंट लिखकर वहीं मंडप मे गर्ल्स और ब्वॉयज़ को दे देता है )
विवेक - अरे वाह भैया आज तो मेरी भी लॉटरी लग गई ...ये...
(फिर सब लोग खाना खाने के लिए चले जाते है और अवनी वहीं सोफे पर बैठ जाती है तो  उसके बगल मै बैठा हुआ  ऋषभ उसे तिरछी नजरों  से देखने लगता है और पाता है वो  बार बार देखता  अपनी चूड़ियां ठीक करने में लगी हुई है ...पर चेहरा मायुस सा  ....उसे ऐसे देख वो अपनी नजरे सामने कर लेता है पर कुछ देर बाद कहता है ,



ऋषभ  - क्या हुआ आपको ?
(अवनी ये सुनकर कुछ नहीं कहती हैं निहारिका जी से पूछकर अपने कमरे में चली जाती है तो तो कुछ पाओ बाद  ऋषभ भी )

__________

शुक्रिया !!

कैसा लगा सब ???


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10 Comments

अफसाना

20-Feb-2022 03:55 PM

मजा आ गया कसम से...😃😃

Reply

Sandhya Prakash

01-Feb-2022 12:49 PM

Bhaut achcha maja aa raha padhkar

Reply

Very nicely written

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